2021, Haryana में 19 टन से ज्यादा drugs जब्त किए गए : DGP
हरियाणा के पुलिस ने इस वर्ष 1 जनवरी से 30 नवंबर तक लाखो नही करोड़ों रुपये की 19 टन ड्रग्स जब्त की है, यह यह बात राज्य के पुलिस प्रमुख डीजीपी पीके अग्रवाल ने बुधवार को बताई।
अग्रवाल ने बयान में कहा, “हरियाणा को नशा मुक्त राज्य बनाने की सरकार की प्रतिबद्धता के अनुरूप, पुलिस ने पेडलर्स पर अपने प्रयास तेज कर रही हैं, जिसके फलस्वरूप जनवरी से नवंबर 2021 तक 19.03 टन मादक सामग्री जब्त किए गए हैं। हरयाणा। पुलिस ने नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस एक्ट के तहत कुल 2,361 केस दर्ज किए और नशीला समिग्री जब्त किया। ड्रग्स रखने और सेल वालों पर व्यापक कार्रवाई के परिणामस्वरूप 2021 के पहले 11 महीनों के दरमियान नायिका, चरस, सल्फा, स्मैक, अफीम, खसखस और गांजा सहित 19,036 किलोग्राम नशीले पदार्थ पकड़ी गई।
डीजीपी ने सभी नशीली दवाओं की जब्ती का डिटेल देते हुए बताया, “जब्ती के दौरान 271 किलोग्राम अफीम, 140 किलोग्राम से अधिक चरस/सल्फा, 6,931 किलोग्राम पोस्त की भूसी, 8.218 किलोग्राम स्मैक, 11,666 किलोग्राम गांजा और 16.882 किलोग्राम हेरोइन पकड़ाई गई। "
नशीली दवाओं के लत से लड़ने के लिए प्रवर्तन और जागरूकता के बहु-आयामी दृष्टिकोण के उपयोग पर प्रकाश डालते हुए, अग्रवाल ने कहा, “राज्य पुलिस नशीली दवाओं की लत को खत्म करने के लिए अथक प्रयास कर रही है। हमने एक बहुआयामी दृष्टिकोण अपनाया है जिसके परिणामस्वरूप इतनी ज्यादा मात्रा में नशीले समिग्री की जब्ती हुई है। राज्य नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो और स्पेशल टास्क फोर्स सहित हमारी फील्ड इकाइयों ने दूसरे राज्यों से राज्य में लगभग सभी प्रकार के नशीले पदार्थों की संभावित आपूर्ति को समाप्त कर दिया है।
जिलेवार बरामदगी के विषय में डीजीपी ने बताया, “एनडीपीएस अधिनियम के तहत सबसे ज्यादा 397 केस सिरसा में दर्ज किए गए, इसके बाद गुरुग्राम में 204, फतेहाबाद में 186, करनाल में 173, रोहतक में 144, हिसार में 130 और कुरुक्षेत्र में 113 केसेज दर्ज किए गए। . नशीले पदार्थों के तस्करों पर व्यापक कार्रवाई करने के अलावा, पुलिस प्रशासन एनडीपीएस अधिनियम के तहत दर्ज मामलों में हिरासत में लिए लोगों की चल-अचल संपत्तियों को इस खतरे को समाप्त करने के लिए एक प्रभावी निवारक के रूप में संलग्न करने के लिए एक आवश्यक उपयोगी प्रयास कर रही है। हम लोगों, विशेषकर युवाओं को नशीले पदार्थों के खतरे से बचाने के लिए नशीली दवाओं के तस्करों और नशीली दवाओं के व्यापको के खिलाफ अपने अभियानों की रफ्तार तेज ही रहेगी। इसके अलावा, युवाओं को नशीले पदार्थों के दुष्परिणामों और समाज एव लोगो पर उनके समग्र प्रभाव के बारे में जागरूक करने के लिए विशेष अभियान चलाए जाते रहते हैं।
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