गूगल मैप, के बताये रास्ते पे चलकर डैम में गिरी गाड़ी दो लोगो की जान गई
ट्रैक पर साथ मे गए थे तीन दोस्त
पुलिस के कहनेके मुताबिक , पुणे के निवासी तीन व्यवसायी फॉर्च्यूनर कार से गुरु शेखर (42), समीर राजुरकर (44) और सतीश घुले (34) महाराष्ट्र की सबसे ऊंची सिखर कलसुईबाई पर ट्रैकिंग करने के लिए जा रहे थे , पर उन लोगो को रास्ते की सही जानकारी नहीं थी. इसके बाद संडे की रात करीब 1:45 बजे उन लोगो ने गूगल मैप ( Google Map) की सहायता ली.
गूगल मैप ने दिशा सही नहीं बताया
पुलिस स्टेशन के सीनियर इंस्पेक्टर अभय परमार ने जानकरी दी, 'ट्रैकिंग के लिए कलसुईबाई जाने के समय गूगल मैप ने उन्हें सबसे shortcut सड़क प्रदर्शित की , जो रास्ता उन्हें सीधे डैम की ओर पंहुचा दिया और उनकी कार पानी में जा गिरी और डूब गई.' पुलिस ने बताया कि यह रास्ता बरसात के मौसम में ही बंद कर दिया गया था , क्योंकि डैम मे बहोत पानी भरा था जिसके चलते पिम्पलगांव खंड डूब गया था.
बारिस के चार महीने बंद रहती है सड़क
पुलिस अधीक्षक राहुल मधने ने कहा कि हादसे की स्थान पर एक पुल बना हुआ है, जो मात्र 8 महीने तक हि आवागमन रहता है. बारिश के मौसम के बाद 4 महीने के लिए वहां बना हुआ बांध को खोल दिया जाता है. बांध से पानी छोड़ने के वजह से पुल पानी के अंदर डूब जाया करता है और इसका इस्तेमाल करना बंद हो जाता है.
गूगल मैप पर बिस्वाश करना भारी पड़ा
पुलिस ने और जानकारी देते हुए कहा , 'यहा आसपास के लोगों को सड़क बंद होने की जानकारी थी, पर कार चालक सतीश घुले ने गूगल मैप पर भरोसा किया और आगे गाड़ी चलाता गया एवं अंधेरे के वजह से कार सीधे पानी में गिर गई.'
गाड़ी की खिड़की तोड़कर 2 लोगो की जान बची
पुलिस ने कहा कि घटना के दौरान शेखर और राजुरकर गाड़ी की खिड़की तोड़कर बाहर निकल गया और पानी मे तैरकर अपनी जान बचा ली, पर सतीश घुले को तैरना नहीं आता था और इस वजह से उसकी जान चली गई
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