Tokyo paralympics भारत का डबल धामल , बैडमिंटन में प्रमोद ने जीता गोल्ड, मनोज सरकार का ब्रॉन्ज़
वहीं इसी इवेंट का ब्रॉन्ज मेडल हिंदुस्तान के मनोज सरकार के नाम रहा. प्रमोद भगत ने 45 मिनट तक चले मुकाबले में डेनियल को 21-14, 21-17 से टककर दी. वर्ल्ड नंबर वन खिलाड़ी प्रमोद भगत फाइनल में पहुंचने वाले पहले खिलाड़ी भी बने थे.
एसएल3 क्लास में उन खिलाड़ियों को हिस्सा लेने की अनुमति होती है जिनके पैर में विकार हो. पोलिया होने के कारण प्रमोद भगत का एक पैरा काम नहीं कर पाता है. वर्ल्ड नंबर वन खिलाड़ी ने पिछले कई सालों में खुद को हर बड़े टूर्नामेंट में साबित किया था. उन्हें पहली बार पैरालिंपिक खेलों में हिस्सा लेने का मौका मिला था जिसका उन्होंने बहोत अच्छी तरह से फायदा उठाया.
दूसरे गेम में शानदार वापसी से जीता मैच
फाइनल के दौरान में प्रमोद कुमार का सामना 25 साल के डैनियल ब्रेथेल से था. दोनों के बीच पहले गेम में अच्छा मुकाबला देखने को मिला. पहले गेम में डैनियल ने शुरुआत में बढ़त लेने की कोशिश की लेकिन प्रमोद ने अच्छी वापसी के साथ पहला गेम 21-14 से अपने नाम किया. यह गेम 21 मिनट तक चला. इसके अगले में डैनियल ने शुरुआत में लंबी लीड बना ली थी. एक वक्त पर प्रमोद 4-12 से पिछड़ रहे थे. लेकिन उन्होंने शानदार एंट्री की और दूसरा गेम 21-17 से अपने नाम किया.
मनोज सरकार ने जीता ब्रॉन्ज
दूसरी ओर इसी इवेंट के ब्रॉन्ज मेडल मैच में मनोज सरकार ने जापान के फुजीहारा को टककर दी. को मनोज सरकार का सामना जापान के फुजिहारा डेसुके से था. फुजिहारा को सेमीफाइनल में प्रमोद भगत ने टककर दी थी. मनोज सरकार पहले गेम में पिछड़ रहे थे लेकिन फिर उन्होंने धासू वापसी की और 27 मिनट तक चले इस रोमांच गेम को 22-20 से अपने नाम किया. वहीं दूसरा गेम उन्होंने महज 19 मिनट में 21-13 से अपने नाम किया.
एक और मेडल जीत सकते हैं प्रमोद
33 साल का भुवनेश्वर यह खिलाड़ी अभी मिश्रित युगल एसएल3-एसयू5 क्लास में कांस्य पदक की दौड़ में बना हुआ है. भगत और उनकी पार्टनर पलक कोहली रविवार को कांस्य पदक के प्लेऑफ में जापान के दाईसुके फुजीहारा और अकिको सुगिनो की जोड़ी से भिड़ेंगे.
एसएल3-एसयू5 वर्ग में भगत और पलक की जोड़ी को सेमीफाइनल में इंडोनेशिया की हैरी सुसांतो एवं लीएनी रात्रि आकतिला से 3 – 21, 15 – 21 से हार को स्वीकार करना पड़ा.http://dhunt.in/lucjM?s=a&uu=0x183146796deed3e1&ss=wsp
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