बहु को बेटी हुई तो ससुराल वाले अस्पताल में ही छोड़कर हुए फरार


All Type news: सहारनपुर ,सरकार हो या फिर समाज के लोग जिम्मेदार, हर एक  बोल रहा है कि इस मॉडल  युग में बेटी बेटे से कम नहीं है. नाम  दिया जा रहा है कि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, पर  सहारनपुर के देवबंद इलाके के गांव भनेड़ा के निवासी एक परिवार की मानसिकता अभी नहीं गई है, जो वर्षों पहले बेटी के प्रति हीन मानसिकता कुछ लोगों की होती थी. इस घर के  परिवार ने अपनी बहू को जिला अस्पताल में इस आस से एडमिट कराया कि उसे बेटा पैदा होगा. पर बहू को बेटी पैदा हो गई. जैसे ही लड़की पैदा हुई तो ससुराल वालों ने बहू का खोज खबर भी नहीं ली और अस्पताल में ही छोड़कर चले गए. पिछले दस दिन से जच्चा-बच्चा अस्पताल के वार्ड नंबर 9 में अपने पति की राह देख रही है.

शहर के एसपी ने  इस मामले में कही ये बात

सहारनपुर की मंडी कोतवाली क्षेत्र के गांव खाताखेड़ी के रहने वाले नसीम अहमद की बेटी आयशा का (विवाह)निकाह तकरीबन डेढ़ साल पहले देवबंद कोतवाली क्षेत्र के गांव भनेड़ा रहने वाले युवक के साथ हुआ था, शादी के बाद सब कुछ अच्छा चल रहा था,आएशा गर्भवती थी, पति रोज आयशा से बोलता था कि लड़का ही पैदा करना, पर आयशा यही कहती थी कि बेटी हो या बेटा उसके लिए दोनों एक जैसे है, इस बात पर पति उसे मारता था, उत्पीड़न पहुंचाता था, 22 जनवरी को आयशा को जिला अस्पताल में एडमिट कराया गया, 22 जनवरी को रात मैं आयशा ने एक बेटी को जन्म दिया, जैसे ही यह जानकारी ससुरालियों को पता लगी तो जिला अस्पताल से उसका पति ,सास मां और ससुर जी बहू का खबर लिए बगैर ही अस्पताल से चले गए. करीब 5 दिन के पश्चात आयशा ने अपने पति को फोन लगाया तो उसने जवाब में कहा कि वह अब उसे नहीं रखेगा. इस मामले में एसपी सिटी विनीत भटनागर ने कहा है कि थाना मंडी पर खबर आई है जानकारी  लेने के बाद समुचित धाराओं में कार्रवाई की जाएगी. 

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